Friday, 4 March 2022

आरती श्री रामायण जी की - Aarti Shri Ramayan Ji Ki - धार्मिकग्रन्थ

आरती श्री रामायण जी की
आरती श्री रामायण जी की

आरती श्री रामायण जी की

आरती श्री रामायण जी की, कीरति कलित ललित सिया-पी की,

गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद, बालमीक विज्ञान विशारद

शुक सनकादि शेष अरु शारद, बरनि पवनसुत कीरति नीकी || 1 ||


आरती श्री रामायण जी की, कीरति कलित ललित सिया-पी की,


गावत वेद पुरान अष्टदस, छओं शास्त्र सब ग्रन्थन को रस ||

मुनि-मन धन सन्तन को सरबस, सार अंश सम्मत सबही की || 2 ||


आरती श्री रामायण जी की, कीरति कलित ललित सिया-पी की,


गावत सन्तत शम्भू भवानी, अरु घट सम्भव मुनि विज्ञानी

व्यास आदि कविबर्ज बखानी, कागभुषुण्डि गरुड़ के ही की || 3 ||


आरती श्री रामायण जी की, कीरति कलित ललित सिया-पी की,


कलिमल हरनि विषय रस फीकी, सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की,

दलन रोग भव मूरि अमी की, तात मात सब विधि तुलसी की || 4 ||


आरती श्री रामायण जी की, कीरति कलित ललित सिया-पी की ||